(मज़दूर बिगुल के अगस्‍त 2017 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)

 

सम्पादकीय

गोरखपुर में मासूमों की मौत – अब भी चेत जाओ वरना हत्यारों-लुटेरों का यह गिरोह पूरे समाज की ऑक्सीजन बन्द कर देगा!

अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

अर्थव्यवस्था में सुधार के हवाई दावों की हक़ीक़त / मुकेश असीम

फासीवाद / साम्‍प्रदायिकता

“संस्कारी देशभक्तों” के कुसंस्कारी शोहदे – सत्ता की शह पर बेख़ौफ़ गुण्डे! / सुनील, हरियाणा

राष्ट्र सेविका समिति के ज़रिये स्त्रियों को आज्ञाकारी आधुनिक दासियों में बदलने की आरएसएस की कोशिशें / कुलदीप

संघर्षरत जनता

दिल्ली आँगनवाड़ी महिलाओं का लम्बा और जुझारू संघर्ष!

आन्दोलन : समीक्षा-समाहार

‘आज़ादी कूच’ : एक सम्भावना-सम्पन्न आन्दोलन के अन्तरविरोध और भविष्य का प्रश्न / शिशिर

स्वास्‍थ्‍य

अस्पताल में मौत का तांडव : जि़म्मेदार कौन? / डॉ. नवमीत

देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई के बच्चों में बढ़ता कुपोषण / मुकेश असीम

स्मृति शेष

कॉमरेड अमर नदीम को क्रान्तिकारी श्रद्धांजलि

कारखाना इलाक़ों से

वीवो इण्डिया में मज़दूरों का शोषण और उत्पीड़न / सिजो जॉय और अनुष्का सिंह, सचिव, पीयूडीआर

गटर साफ़ करने के दौरान सफ़ाईकर्मियों की मौतों का जि़म्मेदार कौन? / श्‍वेता

मज़दूर बस्तियों से

स्मार्ट सिटी के नाम पर ग़रीबों को उजाड़ रही राजस्थान सरकार / मुनीश मैन्‍दौला

गतिविधि रिपोर्ट

भारतीय और अन्तरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट आन्दोलन पर दो विचारोत्तेजक व्याख्यान

मज़दूरों की कलम से

फैक्ट्रियों के अनुभव और मज़दूर बिगुल से मिली समझ ने मुझे सही रास्ता दिखाया है / प्रेम

 


 

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मज़दूरों के महान नेता लेनिन

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