निर्माण मज़दूर की कलम से
इन्दर, निर्माण मज़दूर, नरवाना, हरियाणा
मेरे मज़दूर भाईयो, मैं निर्माण क्षेत्र से जुड़ा मज़दूर हूँ। हमारा काम गाड़ियों से रेती, बजरी, सीमेण्ट आदि उतारना और लादना होता है। काम के दौरान न तो किसी भी प्रकार का सुरक्षा इन्तज़ाम होता और रोज़-रोज़ काम का मिलना भी निश्चित नहीं होता। बहुत बार खाली हाथ भी घर लौटना पड़ जाता है। बिगुल अखबार पढ़ने के बाद मुझे पता चला कि हम दुनिया भर के मज़दूरों को क्यों संगठित होना चाहिए क्योंकि एकजुट होकर ही हम मालिक वर्ग को अपनी माँगों पर झुका सकते हैं। हम नरवाना के मज़दूरों ने कुछ महीने पहले हड़ताल की थी और अपनी कई माँगों को मनवाने में सफल रहे थे।
इसी समय हमनें निर्माण मज़दूर यूनियन का भी गठन किया था। हम मज़दूर बिगुल के लेखों को चाव से पढ़ते हैं, साथ ही इससे सीख भी लेते हैं तथा अपने अन्य मज़दूर भाइयों को भी इसके बारे में बताते हैं। साथियो, मैं आप सबसे यही कहना चाहूँगा कि हमें एकजुट होना होगा और मज़दूर राज क़ायम करने के लिए लड़ना होगा तभी हम अपने दुखों से छुटकारा पा सकते हैं।
मज़दूर बिगुल, मई 2025