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जाति उन्‍मूलन का रास्‍ता दिखाते कुछ लेख, वीडियो, ऑडियो 

प्रिय साथियो,
जाति का सवाल भारतीय समाज के सबसे ज्‍वलंत सवालों में से एक है। जनता को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटने का ये एक ऐसा तरीका है जो यहां आने वाले हर शासक को भाया है। चाहे वो मुगल हों या अन्‍य मध्‍यकालीन शासक या फिर अंग्रेज, सबने जाति का इस्‍तेमाल यहां की जनता को बांटकर रखने के लिए किया। भारत के वर्तमान शासक भी अपवाद नहीं है। इसलिए भारत में मजदूर वर्ग को एकजुट करने के लिए व क्रांतिकारी परिवर्तन की किसी भी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए जाति उन्‍मूलन के कार्यभार को ठीक से समझना होगा व उसके आधार पर एक देशव्‍यापी जाति विरोधी आन्‍दोलन खड़ा करना होगा। ‘मजदूर बिगुल’ से जुड़े हुए तमाम साथी भी पिछले लम्‍बे समय से जाति के सवाल पर सैद्धान्तिक और व्‍यवहारिक दोनों स्‍तर पर जुझ रहे हैं व संघर्ष कर रहे हैं। आज जाति उन्‍मूलन आन्‍दोलन को अगर आगे बढ़ना है तो उसे सबसे पहले जाति की जड़ों तक जाना होगा व उसी के आधार पर फिर उसके उन्‍मूलन की एक व्‍यवहारिक परियोजना पेश करनी होगी। ऐसा करते हुए हमें जाति के विरूद्ध लड़ने का दावा करने वाली अलग-अलग विचार सरणियों का भी आलोचनात्‍मक मुल्‍यांकन करना होगा। इस पोस्‍ट में दिये गये तमाम लिंक उसी दिशा में एक विनम्र प्रयास हैं।
इस पोस्‍ट में दिये गये वीडियो मजदूर बिगुल के सम्‍पादक अभिनव द्वारा तीन अलग-अलग जगहों पर दिये गये व्‍याख्‍यान,  अहमदनगर, महाराष्‍ट्र में जाति प्रश्‍न पर आयोजित एक वर्कशॉप व हैदराबाद में आयोजित एक तीन दिवसीय रात्री कार्यशाला  के हैं। इन तीनों में से दो यानी मुम्‍बई व रोहतक के व्‍याख्‍यान हिन्‍दी में हैं व कालीकट का अंग्रेजी में। रोहतक वाले वीडियो में जाति उन्‍मूलन की परियोजना के बारे में काफी विस्‍तार से बातचीत है व मुम्‍बई वाले वीडियो में मुख्‍यत: अम्‍बेडकरवाद व जाति उन्‍मूलन पर बातचीत है। कालीकट वाला व्‍याख्‍यान भी काफी विस्‍तृत है और उसमें जाति विरोधी आन्‍दोलन के कई अन्‍य पुरोधाओं पर भी बात आयी है। कालीकट वाला व्‍याख्‍यान जिस पेपर पर आधारित था, वो पेपर भी यहां पर हम दे रहे हैं। अगर आप अंग्रेजी समझ सकते हैं तो हिन्‍दी की अन्‍य पीडीएफ सामग्री के साथ वो भी जरूर पढें। हमारी कोशिश है कि जल्‍द ही ये आलेख हिन्‍दी में भी अपलोड हो जाये। हैदराबाद में आयोजित कार्यशाला की वीडियो श्रृंखला में जाति व्‍यवस्‍था के उद्गम और विकास पर जो नवीनतम ऐतिहासिक शोध हुआ है उनको समेटा गया है और जाति उन्‍मूलन की परियोजना पर भी विस्‍तार से बात की गयी है।  
इसके अलावा अरविन्‍द स्‍मृति न्‍यास द्वारा ‘जाति प्रश्‍न और मार्क्‍सवाद’ पर जारी पुस्‍तक से भी हमने तीन महत्‍वपूर्ण लेख लिये हैं व उनको एक पीडीएफ के रूप में अपलोड किया है। ये तीनों ही लेख काफी विस्‍तृत हैं और आपसे आग्रह है कि इन्‍हें जरूर पढ़ें।
आरक्षण का मुद्दा भी इसी सवाल से जुड़ा है। बहुतेरे स्‍वर्ण नौजवान ऐसे हैं जिन्‍हें लगता है कि आरक्षण की वजह से उन्‍हें नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं जबकि वो इस हकीकत को नहीं देख पाते कि आज नौकरियां ही खत्‍म हो रही हैं। अपने जातिगत पूर्वाग्रहों की वजह से उन्‍हें लगता है कि दलित उनका हक मार रहे हैं जबकि हकीकत ये है कि सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक हर स्‍तर पर दलित आबादी का बहुलांश बेहद पीछे है। दूसरी ओर दलित आबादी का एक ठीक ठाक हिस्‍सा ये सोचता है कि अगर आरक्षण को थोड़ा ठीक से लागु कर दिया जाये या फिर आरक्षण के हिस्‍से को थोड़ा ज्‍यादा कर दिया जाये तो उनकी समस्‍याएं खत्‍म हो जायेंगी। ऐसे दोनों ही नौजवानों से बात करते हुए लिखी गयी एक पुस्तिका ‘आरक्षण – पक्ष, विपक्ष और तीसरा पक्ष’ भी हम यहां दे रहे हैं। ये पुस्तिका ‘आह्वान कैम्‍पस टाइम्‍स’ में एक लेख के रूप में प्रकाशित हुई थी। आशा है कि इस पुस्तिका के आलोक में आरक्षण के मसले पर देश के नौजवान एक क्रांतिकारी तरीके से सोचेंगे व जाति के आधार पर आपस में नहीं बटेंगे।
जाति विरोधी आन्‍दोलन को आगे बढ़ाने के लिए ये जरूरी है कि इस सवाल पर जमकर बहस-मुबाहसा हो।
आप इन तमाम मुद्दों पर अपना मत खुलकर प्रकट करें। ऊपर दिये गये किसी भी लेख या वीडियो पर अपने विचार आप हमें इस ईमेल ( bigulakhbar@gmail.com ) पर भेज सकते हैं या फिर पोस्‍ट के नीचे कमेंट में डाल सकते हैं।

कोई भी सामग्री डाउनलोड करने हेतु सम्बंधित शीर्षक पर क्लिक करें

पीडीएफ फाइलों के लिंक

  1. अरविन्‍द स्‍मृति न्‍यास द्वारा ‘जाति प्रश्‍न और मार्क्‍सवाद’ पर जारी पुस्‍तक से लिये गये तीन महत्‍वपूर्ण लेख
  2. पुस्तिका आरक्षण – पक्ष, विपक्ष और तीसरा पक्ष’
  3. Caste Question, Marxism and the Political Legacy of B. R. Ambedkar – Paper of Calicut talk
  4. Three important article selected from book ‘Caste Question and Marxism’ published by Arvind Memorial Trust
  5. Booklet ‘Reservation – Support, Opposition and Our Position

ऑडियो लिंक

  1. ‘पोलेमिक’ द्वारा ‘जाति उन्मूलन और बी.आर. अम्बेडकर की विरासत’ विषय पर मुम्‍बई में 19 दिसम्‍बर 2015 को आयोजित व्‍याख्‍यान का ऑडियो
  2. 12 फरवरी 2017 को रोहतक में अखिल भारतीय जाति विरोधी मंच की ओर से ‘भारत में जाति व्यवस्था : उद्भव, विकास और उन्मूलन का सवाल’ विषय पर सम्पन्न परिचर्चा का वीडियो
  3. Audio of talk organised by ‘The Marx Circle’ in Calicut on 5th April 2017. Topic – Marxism and the Caste Question

वीडियो लिंक

1. ‘पोलेमिक’ द्वारा ‘जाति उन्मूलन और बी.आर. अम्बेडकर की विरासत’ विषय पर मुम्‍बई में 19 दिसम्‍बर 2015 को आयोजित व्‍याख्‍यान का वीडियो

2. 12 फरवरी 2017 को रोहतक में अखिल भारतीय जाति विरोधी मंच की ओर से ‘भारत में जाति व्यवस्था : उद्भव, विकास और उन्मूलन का सवाल’ विषय पर सम्पन्न परिचर्चा का वीडियो

3. Video of talk organised by ‘The Marx Circle’ in Calicut on 5th April 2017. Topic – Marxism and the Caste Question

4. ‘जाति व्‍यवस्‍था : उद्गम, विकास और जाति उन्‍मूलन का सवाल’ विषय पर अखिल भारतीय जाति विरोधी मंच द्वारा अहमदनगर, महाराष्‍ट्र में तीन दिवसीय कार्यशाला 12 से 14 अगस्‍त 2017 के बीच आयोजित की गई थी। कार्यशाला में वक्‍ता के रूप में मजदूर बिगुल अखबार के सम्‍पादक अभिनव उपस्थित थे। इस कार्यशाला के वीडियो जाति उन्‍मूलन की परियोजना के लिए काम कर रहे प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं के लिए कुछ काम आ सकेंगे तो हमारा ये छोटा सा प्रयास सार्थक होगा। नीचे सभी वीडियो के Youtube लिंक दिये गये हैं। अगर आप सीधे इन वीडियो को डाउनलोड करना चाहते हैं तो इस लिंक से कर सकते हैं – http://www.mazdoorbigul.net/caste-workshop/360p/

(1) पहले वीडियो में तीन दिवसीय वर्कशॉप की एक रूपरेखा बतायी गयी है।

(2) दूसरे वीडियो में जाति व्‍यवस्‍था के उद्गम व प्राचीन भारत में इसके विकास पर विस्‍तृत बातचीत की गयी है।

(3) तीसरे वीडियो में मध्‍यकालीन भारत के दौरान जाति व्‍यवस्‍था के स्‍वरूप पर प्रकाश डाला गया है।

(4) ब्रिटिश शासन के दौरान जाति व्‍यवस्‍था में क्‍या क्‍या परिवर्तन आए, जाति व्‍यवस्‍था के कौन से आयाम कमजोर हुए और कौनसे ताकतवर बने, इन पहलूओं पर इस वीडियो में बातचीत की गई है।

(5) इस वीडियो में स्‍वातंत्र्योत्‍तर भारत में जाति-व्‍यवस्‍था के स्‍वरूप पर चर्चा की गयी है।

(6) जाति विरोधी आन्‍दोलन के तीन महत्‍वपूर्ण व्‍यक्तित्‍व अय्यंकली, फुले, पेरियार के आन्‍दोलनों का एक आलोचनात्‍मक विवेचन

(7) इस वीडियो में डॉ. अम्‍बेडकर की विचारधारा यानी ड्यूईवादी व्‍यवहारवाद के मूल व विशिष्‍टताओं पर विस्‍तार से बातचीत की गयी है।

(8) इस वीडियो में डॉ. अम्‍बेडकर के योगदानों पर, उनकी राजनीतिक विचारधारा पर व उनके राजनीतिक प्रयोगों पर विस्‍तार से बातचीत की गयी है।

(9) इस वीडियो में भारतीय कम्‍युनिस्‍ट आन्‍दोलन व जाति प्रश्‍न पर एक संक्षिप्‍त टिप्‍पणी की गयी है। हालांकि ये विषय विस्‍तृत है पर वर्कशॉप की समय सीमा व केन्‍द्रीय मुद्दे को देखते हुए इस पर एक संक्षिप्‍त टिप्‍पणी ही की जा सकी है।

(10) इस वीडियो में जाति उन्‍मूलन के कार्यक्रम पर कुछ आरम्भिक प्रस्‍ताव रखे गये हैं।

5. ‘In defence of Reason’ द्वारा ‘जाति – उत्‍पत्ति, विकास और जाति अन्‍त का एक प्रस्‍तावित कार्यक्रम’ विषय पर लमाकान, हैदराबाद में 27-29 मार्च 2018 को आयोजित व्‍याख्‍यान के वीडियो




 

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