तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफ़ग़ानिस्तान के बदतर हालात
बीते 15 अगस्त को तालिबान द्वारा काबुल पर क़ब्ज़ा करने के बाद से अफ़ग़ानिस्तान में अफ़रा-तफ़री का आलम है। अमेरिका द्वारा अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सेना वापस बुलाने के फ़ैसले के बाद यह तो तय था कि वहाँ की सत्ता पर देर-सबेर तालिबान का क़ब्ज़ा हो जायेगा, लेकिन यह इतना जल्दी हो जायेगा, इसका अनुमान किसी को भी नहीं था। यही वजह है कि तालिबान के क़ब्ज़े की ख़बर सुनते ही हज़ारों की संख्या में काबुलवासी बदहवासी में देश छोड़ने के लिए काबुल के एयरपोर्ट पर जमा होने लगे। काबुल एयरपोर्ट पर क़रीब 15 दिनों तक अफ़रा-तफ़री का माहौल रहा।