Category Archives: अन्तरराष्ट्रीय मज़दूर आन्दोलन

भीषण आर्थिक व राजनीतिक संकट से जूझता बंगलादेश लेकिन क्रान्तिकारी विकल्प की ग़ैर-मौजूदगी में शासक वर्ग का दबदबा क़ायम

आने वाले दिनों में बंगलादेश में आर्थिक संकट और गहराने ही वाला है क्योंकि चालू खाते का घाटा बढ़ता जा रहा है और भुगतान सन्तुलन की हालत खस्ता है। पूँजीपतियों द्वारा क़र्ज़ों की अदायगी न करने की सूरत में बैंकिंग क्षेत्र का संकट भी और बढ़ने वाला ही है। विश्व बाज़ार में उछाल की सम्भावना कम होने की वजह से निर्यात पर टिकी अर्थव्यवस्था के सामने संकट से उबरने की वस्तुगत सीमाएँ हैं। ऐसे में लोगों के जीवन में बेहतरी और उनकी आमदनी बढ़ने की कोई सम्भावना नहीं दिखती है। इस गहराते आर्थिक संकट की अभिव्यक्ति राजनीतिक संकट के गहराने के रूप में सामने आयेगी क्योंकि सत्ता में बने रहने के लिए और जन आक्रोश को कुचलने के लिए शेख़ हसीना की अवामी लीग सरकार का दमनतंत्र ज़्यादा से ज़्यादा निरंकुश होता जायेगा।

फ़िलिस्तीनी मज़दूरों ने ज़ायनवादी, रंगभेदी इज़रायली मालिक को घुटनों पर झुकाया

फ़िलिस्तीन की ज़मीन के बहुत बड़े हिस्‍से पर ज़ायनवादी इज़रायलियों ने क़ब्ज़ा कर अपनी बस्तियाँ बसा ली हैं और रोज़ाना ज़मीन हड़पते जा रहे हैं। फ़िलिस्तीन की जनता हर दिन हर पल अपने देश-ज़मीन-हक़ और अधिकार के लिए इज़रायली ज़ायनवादियों से जूझ रही है। यह संघर्ष सीधे-सीधे अपने देश की ज़मीन और घरों पर इज़रायलियों के ज़बरन क़ब्‍ज़े के ख़िलाफ़ संघर्ष से लेकर अन्य कई रूप अख़्तियार करता है।