Category Archives: आर्काइव
मज़दूर बिगुल – जून 2023
मज़दूर बिगुल – मई 2023
मज़दूर बिगुल – अप्रैल 2023
मज़दूर बिगुल – मार्च 2023
मज़दूर बिगुल – जनवरी 2023
चुनावी शिकस्त देकर फ़ासीवाद को हराने के मुंगेरी लालों के हसीन सपनों पर एक बार फिर पड़ा पानी!
मज़दूर बिगुल – दिसम्बर 2022
मज़दूर बिगुल – नवम्बर 2022 (विशेष अंक)
सही सर्वहारा नज़रिया क्या हो?
मज़दूर बिगुल – अक्टूबर 2022
- सिर्फ़ एक धर्म विशेष क्यों, हर धर्म के धार्मिक कट्टरपन्थी अतिवादी संगठनों पर रोक क्यों नहीं? आतंकवाद बहाना है, जनता ही निशाना है!
- कविता कृष्णन : भाकपा (माले) लिबरेशन जैसी पतिततम संशोधनवादी पार्टी में परवरिश और कम्युनिज़्म-विरोधी अमेरिकी साम्राज्यवादी दुष्प्रचार की बौद्धिक ख़ुराक से तैयार हुई सर्वहारा वर्ग की नयी ग़द्दार
- तेलंगाना में निज़ाम की सत्ता के पतन की 75वीं बरसी पर जश्न मनाने की होड़ में भाजपा और टीआरएस ने की इतिहास के साथ बदसलूकी
- इटली में धुर-दक्षिणपन्थी ज्यॉर्ज्या मेलोनी के आम चुनाव में जीत के मायने
- शुचिता और संस्कारों के भाजपाई ठेकेदार हमेशा ख़ुद अमानवीय-अनैतिक धन्धों और घृणित अपराधों में लिप्त क्यों पाये जाते हैं?
- गहरी निराशा, पराजयबोध और विकल्पहीनता से गुज़रते मज़दूर की कहानी :
फ़िल्म ‘मट्टो की साइकिल’ - क्रान्तिकारी मज़दूर शिक्षण माला-5 : माल, उपयोग-मूल्य, विनिमय-मूल्य और मूल्य
- शेखर जोशी की याद में
- गुड़गाँव के एक मज़दूर के साथ साक्षात्कार
- गुड़गाँव के कापसहेड़ा से मज़दूरों की रिपोर्ट
- काम के अधिकार के लिए और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ मनरेगा यूनियन का प्रदर्शन
मज़दूर बिगुल – सितम्बर 2022
- बेरोज़गारी की विकराल स्थिति
- बिलकिस बानो बलात्कार और हत्या मामले के 11 अपराधियों की रिहाई
- राजस्थान में स्कूली छात्र इन्द्र मेघवाल की हत्या बढ़ती जातीय नफ़रत का नतीजा है
- बिहार में सियासी उलटफेर कोई आश्चर्य की बात नहीं
- योगी के रामराज्य में इलाज बिना मरते मेहनतकश
- ‘फ़्रण्ट लाइन वर्करों’ के नाम पर प्रधानमंत्री मोदी की नयी जुमलेबाज़ी!
- मोदी के जुमलों की बारिश के बीच कैथल के मनरेगा मज़दूरों के हालात पर एक नज़र
- आज़ादी के अमृत महोत्सव में सड़कों पर तिरंगा बेचती ग़रीब जनता
- सामाजिक अधिशेष के उत्पादन की शुरुआत और सामाजिक श्रम-विभाजन तथा वर्गों का उद्भव
- बीते साल क़र्ज़ों की माफ़ी के साथ पूँजीपति हुए मालामाल!
- बेरोज़गारी और आर्थिक संकट के दौर में बढ़ती आत्महत्याएँ
- सिडकुल, हरिद्वार में मज़दूरों की हड्डियाँ कैसे निचोड़ी जाती हैं : एक फ़ैक्टरी से रिपोर्ट
- जानलेवा शोषण के ख़िलाफ़ लड़ते बंगलादेश के चाय बाग़ान मज़दूर
- उत्तर-पश्चिम दिल्ली के छोटे कारख़ानों में बेहद बुरी स्थितियों में खटती स्त्री मज़दूर
- ताइवान को लेकर अमेरिका व चीन के बीच तेज़ होती अन्तर-साम्राज्यवादी होड़
- मज़दूरों और मेहनतकशों की मुक्ति को समर्पित महान क्रान्तिकारी और चिन्तक थे हमारे भगतसिंह