Category Archives: आर्काइव

मज़दूर बिगुल – जून 2022

मज़दूर बिगुल – मई 2022

  • मई दिवस को रस्मअदायगी बनाने की संशोधनवादी व पूँजीवादी ट्रेड यूनियनों की साज़िश को नाकाम करो
  • कोरोना से हुई मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रपट ने खोली पोल
  • जहाँगीरपुरी में हिंसा और मेहनतकशों के घरों पर सरकारी बुलडोज़र फ़ासिस्ट भाजपा सरकार द्वारा देशभर में जारी साम्प्रदायिक षड्यंत्र की एक और कड़ी है
  • मई दिवस 1886 से मई दिवस 2022; कितने बदले हैं मज़दूरों के हालात?
  • आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों का आन्दोलन जारी है!
  • ‘दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन’ बनाम दिल्ली सरकार और महिला एवं बाल विकास विभाग के दिल्ली हाईकोर्ट में जारी केस की राजनीतिक रपट और हर दिन के साथ उजागर होती ‘सीटू’ की ग़द्दारी और विश्वासघात
  • हुन्दई मोबिस के मज़दूरों का संघर्ष भी समाप्ति की ओर; ऑटो सेक्टर के मज़दूरों के लिए कुछ ज़रूरी सबक़ और भविष्य के लिए एक प्रस्ताव
  • दुनिया की सबसे ताक़तवर कम्पनियों में से एक को हराकर अमेज़न के मज़दूरों ने कैसे बनायी अपनी यूनियन
  • आरटी पैकेजिंग के श्रमिकों का संघर्ष
  • मेहनतकश और युवा आबादी पर टूटता बेरोज़गारी का क़हर
  • मज़दूरों के बीच सट्टेबाज़ी ऐप्स का बढ़ता ख़तरनाक चलन
  • दिल्ली मेट्रो में काम कर रहे सफ़ाई कर्मचारियों के बदतर हालात
  • शिकागो के शहीद मज़दूर नेताओं की कहानी
  • सारी दुनिया के मज़दूरों के नेता और शिक्षक कार्ल मार्क्स के जन्मदिवस (5 मई) पर
  • विभिन्न इलाक़ों में मई दिवस के कार्यक्रमों की एक रिपोर्ट
  • मज़दूर बिगुल के सभी पाठकों और शुभचिन्तकों से…
  • मज़दूर बिगुल – अप्रैल 2022

  • मज़दूर और मेहनतकश दोस्तो! फ़ासिस्ट मोदी सरकार की साज़िश से सावधान!
  • श्रीलंका और पाकिस्तान में नवउदारवादी पूँजीवादी आपदा का क़हर झेलती आम मेहनतकश आबादी
  • आँगनवाड़ी स्त्री कामगारों के संघर्ष ने तमाम पूँजीवादी पार्टियों के मज़दूर-मेहनतकश विरोधी चेहरे को बेपर्द किया!
  • दिल्ली की आँगनवाड़ीकर्मियों की अनूठी मुहिम : नाक में दम करो अभियान
  • भगतसिंह की विरासत को विकृत कर हड़पने की घटिया कोशिश में लगी ‘आप’
  • करौली में साम्प्रदायिक हिंसा आरएसएस-भाजपा की सुनियोजित साज़िश
  • सवर्णवादी वर्चस्ववाद और गुण्डागर्दी का फिर शिकार हुआ एक दलित युवक
  • भारतीय राज्यसत्ता द्वारा उत्तर-पूर्व में आफ़्स्पा वाले क्षेत्रों को कम करने के मायने
  • हैदराबाद में कबाड़ गोदाम में लगी आग में झुलसकर 11 मज़दूरों की मौत, एक की हालत गम्भीर
  • उपराष्ट्रपति महोदय, हम बताते हैं कि “शिक्षा के भगवाकरण में ग़लत क्या है”!
  • हरियाणा में राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल का मतलब शिक्षा का और बाज़ारीकरण
  • जिम्बाब्वे के प्रमुख कवि चेन्जेराई होव की चार कविताएँ
  • बेर्टोल्ट ब्रेष्ट की तीन कविताएँ
  • मोदी और केजरीवाल के सारे दावे हवाई हैं
  • मज़दूर बिगुल – मार्च 2022

  • विधानसभा चुनावों में भाजपा फिर क्यों जीती?
  • दिल्ली की 22,000 आँगनवाड़ी कर्मियों की ऐतिहासिक हड़ताल
  • देखरेख करने वाले काम (केयर वर्क) का राजनीतिक अर्थशास्त्र
  • पंजाब में “आप” की सरकार बनने से क्या राज्य की जनता के जीवन में कोई वास्तविक बदलाव आयेगा?
  • मण्डल-कमण्डल की राजनीति एक ही सिक्के के दो पहलू : त्रासदी से प्रहसन तक
  • ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के बहाने मोदी ने की पूँजीपतियों के मन की बात
  • शान्तिश्री धुलिपुड़ी पण्डित की नियुक्ति, यानी जेएनयू पर आरएसएस-भाजपा का हमला जारी रहेगा!
  • जिनकी मेहनत से दुनिया जगमगा रही है वे अँधेरे के साये में जी रहे हैं
  • एबीजी शिपयार्ड घोटाला; पूँजीवाद अपने आप में ही घोटालों और भ्रष्टाचार का अन्तहीन चक्र है!
  • यूक्रेन में जारी साम्राज्यवादी युद्ध का विरोध करो!
  • भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत (23 मार्च) की 91वीं बरसी पर
  • अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर
  • मज़दूर बिगुल के सभी पाठकों और शुभचिन्तकों से…
  • मज़दूर बिगुल – फ़रवरी 2022

  • मोदी सरकार का 2022-23 बजट – पूँजीपतियों की सेवा में बिछी मोदी सरकार की आम मेहनतकश जनता से फिर ग़द्दारी
  • पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव : मज़दूर वर्ग और आम जनता के सामने विकल्प क्या है?
  • जनता का जीवन रसातल में तो चुनावबाज़ पार्टियों की सम्पत्तियाँ शिखरों पर क्यों?
  • दिल्ली की आँगनवाड़ी महिलाकर्मी 31 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर!
  • बुल्ली बाई और सुल्ली डील इस सड़ते हुए समाज में फैले ज़हर के लक्षण हैं
  • हरिद्वार धर्म संसद में खुलेआम जनसंहार का आह्वान
  • बेरोज़गारी के भयंकर होते हालात और रेलवे के अभ्यर्थी छात्रों का आन्दोलन
  • हरियाणा के निजी क्षेत्र के रोज़गार में 75 प्रतिशत स्थानीय आरक्षण के मायने
  • कोरोना से हुई मौतों के आँकड़े छिपाने में जुटी मोदी सरकार के झूठों की खुलती पोल
  • लोगों को बेवक़ूफ़ बनाने के लिए बहिष्कार के ढिंढोरे के बीच चीन के साथ कारोबार का नया रिकॉर्ड!
  • कज़ाख़स्तान में आम मेहनतकश जनता की बग़ावत
  • महामारी के दौर में भी यूक्रेन और ताइवान में बजाये जा रहे युद्ध के नगाड़े
  • मेहनतकशों पर कोरोना की तीसरी लहर की मार
  • गंगासागर मेले में फिर से कोरोना फैलाने की इजाज़त
  • मज़दूर बिगुल – दिसम्बर 2021

  • खेती क़ानूनों पर रस्साकशी के पहले दौर में खेतिहर पूँजीपति वर्ग की औद्योगिक-वित्तीय बड़े पूँजीपति वर्ग पर जीत और मज़दूर वर्ग के लिए इसके मायने
  • बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी: संकटग्रस्त पूँजीवाद के भीतर लोभ-लालच, सट्टेबाज़ी और अपराध को बढ़ावा देने के नये औज़ार
  • धनी किसान-कुलक आन्दोलन के नवीनतम दौर में कुछ ज़रूरी सवाल जिन्हें इस आन्दोलन के नेतृत्व से पूछा जाना चाहिए
  • मज़दूर वर्ग की पार्टी कैसी हो?
  • नमाज़ को लेकर संघियों का उत्पात : फ़ासीवादी ताक़तों द्वारा जनता को बाँटने की नयी साज़िश!
  • फ़ासिस्टों के “रामराज्य” में स्त्रियों के विरुद्ध बढ़ते बर्बर अपराध
  • भाजपा के “रामराज्यों” में दलितों के ख़िलाफ़ बढ़ती बर्बर हिंसा!
  • पर्यावरण और मज़दूर वर्ग
  • सी.ओ.पी-26 की नौटंकी और पर्यावरण की तबाही पर पूँजीवादी सरकारों के जुमले
  • महाराष्ट्र में परिवहन निगम कर्मचारियों का आन्दोलन : एक रिपोर्ट
  • नोएडा-ग्रेटर नोएडा औद्योगिक क्षेत्र : लगातार बढ़ रहे शोषण के ख़िलाफ़ जारी है मज़दूरों का असंगठित प्रतिरोध
  • ‘आदिविद्रोही’ : आज़ादी और स्वाभिमान के संघर्ष की गौरव-गाथा
  • मज़दूर बिगुल – नवम्बर 2021

  • महान अक्तूबर समाजवादी क्रान्ति की 104वीं वर्षगाँठ के अवसर पर
  • कोयले की कमी और बिजली संकट
  • चीन का एवरग्रान्दे संकट
  • प्रोजेक्ट पेगासस : पूँजीवादी सत्ता के जनविरोधी निगरानी तंत्र का नया औज़ार
  • गिनी में तख़्तापलट : निरंकुश सरकारों और सैन्य तानाशाहों के बीच लम्बे समय से पिस रही है अफ़्रीकी जनता
  • क्यूबा में साम्राज्यवादी दख़ल का विरोध करो!
  • उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के आगामी विधान सभा चुनाव
  • फ़रीदाबाद औद्योगिक क्षेत्र की एक आरम्भिक रिपोर्ट
  • नोएडा के निर्माण की दास्तान : चमचमाती आलीशान इमारतों के पीछे छिपी मेहनतकशों की अँधेरी दुनिया
  • हरियाणा में बेरोज़गारी के भयंकर होते हालात!
  • मौजूदा धनी किसान आन्दोलन का वर्ग चरित्र और उसकी हालिया अभिव्यक्तियाँ
  • बिहार के पंचायत चुनाव में ‘भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी’ की भागीदारी
  • एकजुट संघर्ष ही रास्ता है
  • मज़दूर बिगुल – अक्टूबर 2021

  • लखीमपुर खीरी हत्‍याकाण्‍ड फ़ासिस्ट योगी-मोदी सरकार का बेनक़ाब होता चेहरा!
  • देश के आम मेहनतकश लोगों को साम्प्रदायिक अन्धराष्ट्रवाद में बहाने के लिए इतिहास को विकृत करने की संघी साज़िशें
  • पूँजीवाद का हित साधने के लिए देश में बढ़ती फ़ासिस्टों की गुण्डागर्दी
  • स्वतंत्र पत्रकारिता पर हो रहे फ़ासीवादी हमलों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाओ!
  • केजरीवाल की हिन्दुत्व व राष्ट्रवाद की राजनीति
  • भारत में ट्रेड यूनियन अधिकार सम्बन्धी क़ानून: एक मज़दूर वर्गीय समीक्षा
  • वज़ीरपुर के मज़दूर आन्‍दोलन को पुन: संगठित करने की चुनौतियाँ
  • कोरोना काल में भी बदस्तूर जारी है औरतों के ख़िलाफ़ दरिन्‍दगी
  • ओबीसी आरक्षण बिल, जाति आधारित जनगणना और आरक्षण पर अस्मितावादी राजनीति के निहितार्थ
  • तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफ़ग़ानिस्तान के बदतर हालात
  • अम्बेडकरनगर की जर्जर चिकित्सा व्यवस्था हर साल बनती है सैकड़ों मौतों की वजह
  • कोरोना काल में मज़दूरों की जीवनस्थिति
  • राजस्‍थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट, बेरोज़गार युवाओं के साथ छलावा
  • “माननीयों” के मुक़दमे साल-दर-साल लम्बित क्‍यों?
  • कहानी – स्याह और सुर्ख़ (भाग एक)
  • मज़दूर बिगुल – सितम्बर 2021

  • मेहनतकश जनता के ख़ून-पसीने से खड़ी हुई सार्वजनिक परिसम्पत्तियों को पूँजीपतियों के हवाले करने में जुटी मोदी सरकार
  • नहीं रहे कॉमरेड रामनाथ! अलविदा कॉमरेड! लाल सलाम!!
  • नवउदारवादी आर्थिक नीतियों के तीस वर्ष
  • टोक्यो ओलम्पिक में भारत का प्रदर्शन: एक समीक्षा
  • असम-मिज़ोरम विवाद के मूल कारण क्या हैं?
  • भारतीय राज्य द्वारा कश्मीरी क़ौम के दमन के इस नये क़दम से क्या बदले हैं कश्मीर के सूरतेहाल?
  • तेलंगाना किसान सशस्त्र संघर्ष के 75 साल उपलब्धियाँ और सबक़
  • दिल्ली के ‘मास्टरों’ के प्लान में ग़रीब मेहनतकश आबादी कहाँ है?
  • बाढ़, बेशर्म सरकार और संवेदनहीन प्रशासन का क़हर झेलती जनता
  • निर्माण मज़दूर की करण्ट लगने से मौत
  • मनरेगा मज़दूरों के बजट को खाती अफ़सरशाही
  • बंगलादेश में एक बार फिर मुनाफे़ की आग की बलि चढ़े 52 मज़दूर
  • मुफ़्त पानी और बिजली से वंचित दिल्ली की बहुसंख्यक मज़दूर आबादी
  • वेतन न देने और वेतन कटौती में घपलेबाज़ी को लेकर मानेसर की श्रीनिसंस कम्पनी के मज़दूरों के क़ानूनी संघर्ष की उम्मीदें भी लगभग ख़त्म!
  • मज़दूर बिगुल – जुलाई 2021

  • बेहिसाब बढ़ती महँगाई यानी ग़रीबों के ख़िलाफ़ सरकार का लुटेरा युद्ध!
  • देश के सभी ‘अर्बन नक्सलों’ से एक ‘अर्बन नक्सल’ की कुछ बातें
  • भारत में कम्युनिस्ट आन्दोलन की सफलता-असफलता को लेकर कुछ ज़रूरी बातें
  • पंजाब के खेत मज़दूरों के बदतर हालात का ज़िम्मेदार कौन?
  • धनी किसान आन्दोलन में लग रहे ‘मज़दूर-किसान एकता’ के नारों के बीच भी जारी है खेत मज़दूरों का शोषण-उत्पीड़न!
  • अचानक कश्मीर को लेकर मोदी सरकार की बैठक; एक बार फिर कश्मीरी क़ौम निर्णय में भागीदारी से वंचित
  • मज़दूरों की लूट और बढ़ाने के लिए अब अप्रेण्टिस क़ानून में बदलाव की तैयारी
  • आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश, 2021 के ज़रिए मज़दूरों के अधिकारों पर फ़ासीवादी सत्ता का एक और हमला!
  • अडाणी को 1 लाख 70 हज़ार एकड़ प्राचीन जंगल माइनिंग के लिए सौंपने वाली मोदी सरकार फ़रीदाबाद में दशकों से बसे हज़ारों घरों को वन संरक्षण के नाम पर उजाड़ रही है!
  • दिल्ली के उद्योग नगर में मज़दूरों के हत्याकाण्ड का ज़िम्मेदार कौन?
  • अनियोजित लॉकडाउन में बदहाल होते मुम्बई के मेहनतकशों के हालात
  • चीन के लुटेरे शासकों के काले कारनामे महान चीनी क्रान्ति की आभा को मन्द नहीं कर सकते
  • क्रान्तिकारी मार्क्सवाद से भयाक्रान्त चीन के नक़ली कम्युनिस्ट शासक
  • एक मज़दूर परिवार की एक सुबह
  • अब ज़िन्दगी तूफ़ानों की सवारी करते हुए ही आयेगी इस महादेश में